CHAPTER 19 :
देवासुर संग्रमाविषयी श्री गजानन मुक्तिबोध
.....विशेषकर धार्मिक तत्व के विषय घनघोर मतभेद हुए l इन मतभेदोने परस्पर घृणा, तिरस्कार व युद्ध का रूप लिया l हमारे लिये जो पुज्य थे वे उनके लिये घृणास्पद हुए....
.....विशेषकर धार्मिक तत्व के विषय घनघोर मतभेद हुए l इन मतभेदोने परस्पर घृणा, तिरस्कार व युद्ध का रूप लिया l हमारे लिये जो पुज्य थे वे उनके लिये घृणास्पद हुए....